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Friday, October 31, 2014

हम दोनों



हम दोनों एक आसमान के नीचे और बदलते मौसमों के बीच बडे हुए
हजारों किलोमीटर दूर रहके भी पास रहे
हम दोनों की इस हिम्मत की मिसाल देने के लिए शब्दों की ख़ूबसूरती की ज़रुरत नहीं
शब्दों की ख़ूबसूरती की बात करें तो चीज़ें आज भी नहीं बदली हैं
शब्द जितने खूबसूरत होंगे, बातें उतनी ही लम्बी और उलझी
बिलकुल हमारी जड़ों की तरह
उलझी हुई, गहरी और किसी तीसरे की समझ से बाहर

यहाँ बात प्यार की हो रही है तो प्यार का हावी होना ज़रूरी है
उन चीज़ों की या लोगों की हो रही है जिनसे दूर होते वक़्त
चाहे कितनी कोशिश करें
हम उनकी आँखों में देखके फिर मिलने का वादा नहीं कर पाते

वो तुमसे कहते हैं कि खराब वक़्त के लिए चेहरे पे हंसी चिपका के तैयार रहो
मैं तुमसे कहता हूँ कि प्यार को न तो सही वक़्त की ज़रुरत है, न सही जगह की
प्यार होने के लिए मुझे चाहिए तुम
तुम्हारे साथ कुछ मिनट और उन कुछ मिनटों में बैकग्राउंड में तुम्हारा पसंदीदा गाना 

प्यार की बड़ी-बड़ी बातें सुनता हूँ तो सोच में पड़ जाता हूँ
सोचता हूँ कि ये लोग प्यार करने की बनिस्बत नहीं, प्यार में जबरन पडे रहने के लिए ही शायद ऐसा करते हैं
गर ऐसा नहीं है तो एक-दूसरे की प्यार की कहानियाँ सुनते वक़्त क्यूँ हम खुद से कहते हैं,
"तुम्हारा प्यार अच्छा, मेरा प्यार तुमसे कहीं ज्यादा अच्छा
माना प्यार न हुआ, वजन नापने की मशीन हो गया

तुम्हारा पता नहीं 
पर मेरे साथ हमेशा ऐसा हुआ है कि जो चीज़ें मुझे याद रहीं, उन्होने मुझे बचाया
भूली हुयी चीज़ों को कोई दोबारा याद नहीं करना चाहता

तुमने कहा था जिस दिन ऐसा होगा
उस दिन सड़क पर ट्रैफिक कम, कॉफ़ी शॉप्स ज्यादा दिखेंगी
जहां हम दोनों जैसे प्यार में पडे लोग रोड ट्रिप्स और साथ में सनसेट देखने की बातें कर रहे होंगे
और बातें कर रहे होंगे नए और पुराने गानों की, एअरपोर्ट सिक्यूरिटी की और पासपोर्ट रिन्यूअल की

तुम नहीं जानती कि कोई तुमसे ऐसा ही प्यार करने लगा है
और उसके हिस्से आई हैं
प्यार की बड़ी-बड़ी बाते
उलझी हुयी, गहरी और किसी तीसरे की समझ से बाहर!